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सम्मान के साथ मेहनत को मान्यता मिले-प्रत्युष प्रशांत

मुल्ला जी की दौड़ मस्जिद तक और हम लड़कियों की पार्लर तक, कभी नहीं रुकने वाली!-गायत्री आर्य

ख़बरों से गुम महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप -तेजी ईशा

‘एक फिल्म ने ऐसे बादशाह की छवि बिगाड़ दी जिसने मंगोलों से हिंदुस्तान की हिफ़ाज़त की थी’(आभार: द वायर, लेख मूल रूप से द वायर के लिए लिखा गया है)

महावारी के लहू पर जीएसटी का लगान-प्रत्युष प्रशांत

पद्मावती को लेकर बहस में सबकुछ है बस महिला अस्मिता का सवाल नहीं है....प्रत्युष प्रशांत

खरी खोटी(कार्टून -कोना)

नेहरू के ख़िलाफ़ फैलाए जा रहे दुष्प्रचार की वजह क्या है? सौरभ वाजपेयी

क्या देश के लिए पदक से कम होगी नस्लीय भावना?तेजी ईशा

कहीं महिलाओं की गधे से तुलना, तो कहीं जींस ना पहनने के लिए शपथ-प्रत्युष प्रशांत

बॉयफ्रेंड हमें ऐसा चाहिए जिसके साथ प्रेम का दर्शन भी समझा जा सके और प्रदर्शन भी किया जा सके- (आभार: अंजलि मिश्रा लेख मूल रूप से सत्याग्रह के लिए लिखा गया है।)

खरी खोटी (कार्टून कोना)

मौलाना आज़ाद ने खुद ‘आज़ाद’ नाम रखकर ज़ाहिर किया वो रूढ़िवादी परंपरा के गुलाम नहीं-प्रत्युष प्रशांत