यह ब्लॉग खोजें
writing about women's issue and social, political ,economical, culture and Contemporary issue, also about women history and women's question, Sexism And Patriarchy, Women Empowerment
संदेश
मार्च, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
महिलाओं का ‘खतना’ एक हिंसात्मक कुप्रथा-स्वाति सिंह
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
क्या SC-ST एक्ट में बदलाव सामाजिक न्याय के खिलाफ नहीं है?- प्रत्युष प्रशांत
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
चिपको आंदोलन महिलाओं का था तो इतिहास में उनकी अनदेखी क्यों?-राहुल कोटियाल
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
ग्रामीण इलाकों की सवर्ण स्त्रियों का स्याह पक्ष- धीरेन्द्र प्रताप सिंह
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
भारत में स्त्रीस्वरूप की पूजा तभी हो सकती है जब वह शेर पर सवार हो
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
देवी की माहवारी ‘पवित्र’ और हमारी ‘अपवित्र?’- मुहीम टीम
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
स्तन को तरबूज कहने वाले प्रोफ़ेसर, मामला कपड़ों का नहीं मानसिकता है, जो बदलती ही नहीं है- प्रत्युष प्रशांत
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप